Hydroxychloroquine दवाई का आज हर देश में चर्चा का विषय बना हुआ है और इस दवाई की इतनी डिमांड बढ़ चुकी है हर कोई देश इसे लेना चाहता है ,जी हां आपको बता दें पिछले कुछ दिनों में ही अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से फोन पर बातचीत हुई थी और वह बातचीत इस हाइड्रोक्सी क्लोरो क्वीन दवाई के लिए हुई थी अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने कहां की वह हमें इस दवाई की सप्लाई कर दें ,नहीं भी करेंगे तो कोई बात नहीं तो हम इसका करारा जवाब देंगे और India सरकार ने ना तो अभी हां की है ,और ना ही अभी ना की है और सरकार ने अभी ये बोला है कि पहले वह अपने देश को कोरोना virus से सुरक्षित करेंगे।
क्या है hydroxychloroquine दवाई
hydroxychloroquine यह दवाइयों की कैटिगरी में है जिसे हम एंटी मलेरिया भी बोलते हैं, यह दवाई मलेरिया के लिए बहुत ही फायदेमंद है ,दवाई systemic lupus erythemtosus को ठीक करने में बहुत फायदेमंद है ,systemic lupus erythematosus मतलब यह है कि यह बीमारी हमारे इम्यून सिस्टम हमला करती है , lupus गुर्दे फेफड़े दिल और रक्तकोश कामा को प्रभावित कर सकता है इसलिए जी हाइड्रोक्सी क्लोनोपिन दवाई बहुत ही लाभदायक है.
इस hydroxychloroquine दवाई को कैसे लेते हैं
आमतौर पर ये दवाई मलेरिया होने पर ली जाती है ओर टेबलेट के रूप में आती है और उसके मुंह से ले सकते हैं हफ्ते में एक गोली खानी पड़ती है ठीक अगले हफ्ते उसी दिन पर ही एक गोली खानी पड़ती है अगर मलेरिया ज्यादा हो तो जिस दिन में 4 टेबलेट लगातार लेनी पड़ती है और 8 से 9 घंटे बाद G2 टेबलेट लेनी पड़ती है|
कोरोना वायरस मे hydroxychloroquine दवाई का क्या सच है?
हालांकि करो ना बैठ के लिए अभी तक कोई भी प्रॉपर दवाई नहीं बन सकी पर फिर भी जय हाइड्रोक्सी क्लोरो क्वीन दवाई जो कि मलेरिया के मरीजों के लिए दी जाती है करुणा बैंक ने भी असरदार है और माना जा रहा है कि क्रोना 1 बरस की पेशेंट को के दवाई देने से बहुत ही फर्क पड़ता है क्योंकि जय दवाई immune system को ठीक कर रही है.
इंडिया में कितनी है hydroxychloroquine दवाई और क्या इंडिया अब निर्यात करने के लिए मानेगा
माना जा रहा है किइंडियन फार्माश्युटिकल अलायंस mahasachiv Sudarshan के अनुसार इंडिया में इसका उत्पादन 70 फ़ीसदी हो रहा है
और पिछले मंगलवार को भारत में निर्यात करने का फैसला कर लिया है अमेरिका के साथ-साथ व अन्य 30 देशों को hydroxychloroquine दवाई निर्यात करवाई जाएगी.
गुजरात मैं फार्मासिस्ट 3 कंपनियों को खोलने की इजाजत मिल गई है जोकि इस दवाई को बनाएगी और निर्यात करेगी माना जा रहा है कि जय कंपनी 20 करोड टेबलेट बनाने की क्षमता रख सकती है|
हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवाई के साइड इफैक्ट्|
बिना डॉक्टर की सलाह के यह दवाई बिल्कुल ही नहीं लेनी चाहिए, अगर आप किस दवाई का सेवन कर रहे हैं तो अगर नीचे जिसे देखे कोई भी सिम्टम्स आपको लगे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
सिर दर्द होना चक्कर आना उल्टी लगना रशिंग होनी सुनने में कठिनाई हार्ट बीट तेज होना मांसपेशी की कमजोरी होना जय लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर के पास संपर्क करें|