ताम्र भस्म क्या है?
ताम्र भस्म तांबे से तैयार की हुई एक आयुर्वेदिक औषधि है . इसे आप किसी भी मौसम में ले सकते हैं. यह ताम्र भस्म हमारे शरीर की कई बीमारियां दूर करती है. इसकी तासीर गर्म होने के कारण इसे सर्दियों में इस्तेमाल करते हैं और जिन लोगों को लीवर से संबंधित कोई भी बीमारी रहती है उन रोगियों के लिए यह बहुत ही उपयोगी औषधि है.
ताम्र भस्म मैं कौन से तत्व होते हैं ?
ताम्र भस्म सबसे मुख्य तत्व हैपेटॉप्रोटेक्टिव होता है और एंटी हाइपरलिपिडेमिक और एंटी ऑक्सीडेंट ऐसे तत्व पाए जाते हैं जिससे शरीर हमारा काफी बीमारियों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.
हमारे शरीर के लिए ताम्र भस्म के फायदे –
1. पाचन शक्ति को करें मजबूत –
अगर आपको भूख नहीं लगती या फिर पेट के संबंधी कोई भी बीमारी है जैसे कि पेट में सूजन, एसिडिटी, गैस जैसी समस्या इसका इस्तेमाल करने से दूर होती है. जिससे आपके पेट की पाचन शक्ति में काफी ज्यादा सुधार आता है.
2. हैजा को करे दूर –
हैजा के रोगियों के लिए ताम्र भस्म काफी ज्यादा फायदेमंद माना जाता है. ऐसे में आप ताम्र भस्म 1/4 और प्याज का रस इसमें मिलाकर दिन में दो से तीन बार ले सकते हैं .
3. कफ रोगियों के लिए असरदार –
जिन लोगों को लगातार कफ की समस्या रहती है उन लोगों को एक माशा गूलर के फल के चूर्ण को ताम्र भस्म के साथ बराबर मात्रा में मिलाकर खाएं इससे बहुत ज्यादा राहत मिलेगी.
4. शरीर में एनीमिया की कमी को करें दूर –
शरीर में खून की कमी आती है तो इसे पूरे करने में ताम्र भस्म बहुत ज्यादा लाभदायक है. लोहा भस्म और ताम्र भस्म को अच्छी तरह से मिलाकर इसका सेवन करने से शरीर में एनीमिया की कमी दूर होती है.
5. भूख बढ़ाने में कारीगर-
काली मिर्च, शहद और अदरक के साथ ताम्र भस्म मिलाकर खाने से भूख बढ़ती है . जिससे आपको बार बार भूख लगेगी और आपकी पाचन शक्ति भी मजबूत होगी.
6. हिचकी को खत्म करने के लिए ताम्र भस्म का प्रयोग कर सकते हैं.
7. पीलिया के रोगियों के लिए और लीवर के बढ़ जाने से जलोदर जैसे रोग को यह ताम्र भस्म दूर करती है.
8. ट्यूमर कैंसर और तिल्ली का बढ़ जाना जैसे रोगों में काफी ज्यादा सहायक होती है
ताम्र भस्म के क्या नुकसान हो सकते हैं ?
इसका सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए और इसका सेवन दिन में 30 मिलीग्राम से ज्यादा नहीं करना चाहिए. अगर आप इसका अधिक सेवन करते हैं तो इसके काफी ज्यादा नुकसान हो सकते हैं जैसे कि –
1.पेशाब में जलन होना
2.पेट में जलन हो जाना
3.सिर दर्द और चक्कर आने जैसी समस्या
नाक में खून आने की समस्या
4. ब्लड प्रेशर का कम होना जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
ताम्र भस्म का इस्तेमाल करते समय कौन सी सावधानियां होनी चाहिए –
– अगर आपके गुर्दे में दरार है तो इसका सेवन बिलकुल मत करें
– अगर आपके नाक की तस्वीर टूटती है या नाक में खून बहता है तो इसका इस्तेमाल मत करें
– जिन औरतों को पीरियड के दौरान ब्लीडिंग ज्यादा आती है उन औरतों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए
– अगर आपकी किडनी सही ढंग से काम नहीं कर पा रही तो इसका इस्तेमाल करना बिल्कुल बंद कर दें.
बात का ध्यान रखें जब भी आपने इसका इस्तेमाल करना है उससे पहले आयुर्वेदाचार्य से सलाह जरूर लें धन्यवाद .