दोस्तों अगर मैं किसी रहस्यमई पौधे की बात करना चाहूं जो किसी जादुई पौधे से कम नहीं तो वह है रसभरी पौधा.रसभरी को कई जगह पर कैप गूसबेरी, और कई जगह पर चिरपोटी और पटपोटनी भी कहते हैं.यह एक छोटा सा पौधा है जिस पर छोटे से गोल आकार पीले रंग का फल लगता है. ज्यादातर ये दक्षिण अफ्रीका में गया जाने वाला फल है और आपको भारत में भी कुछजगह पर पाया जाता है.
रसभरी पौधा रसभरी पौधे और रसभरी फल के फायदे1. लीवर के लिए:- रसभरी पौधे की कुछ पत्तियों का काढ़ा बनाकर उसे पीने से लीवर की सोज कम होती है और लीवर उत्तेजित करके पित बाहर निकालने में रसभरी का पौधा बहुत काम आता है.2. रसभरी की पत्तियों का काढ़ा बनाकर पीने से शरीर की भूख बढ़ती है और हमारी पाचन शक्ति बहुत ज्यादा मजबूत होती है.3. रसभरी के पौधों की पत्तियों में कई तरह के विटामिन जैसे कि विटामिन सी, विटामिन ए, फास्फोरस , लोहा और कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है.4.अगर हम रसभरी की पत्तियों का पेस्ट बनाकर शरीर की कहीं भी सूजन पर लगाते हैं तो सूजन को ठीक कर देता है और शरीर के किसी भी हिस्से में अंदरुनी सूजन हो तो इसका काढ़ा पीने से शरीर की सूजन दूर हो जाती है.5. रसभरी के फलों का चूर्ण बनाकर उसे खाने से हिचकी ,खांसी और श्वास जैसे रोगो के लिए काफी ज्यादा लाभकारी है.6.जिसको डायबिटीज की प्रॉब्लम होती है डायबिटीज को काफी हद तक कंट्रोल कर देता है.7. रसभरी के फलों का चूर्ण खाने से ब्लड प्रेशर काफी कंट्रोल रहता है.8. रसभरी पत्तियों का काढ़ा पीने से इम्यून सिस्टम बेहतर बनाता है.9. बाबासीर रोग को दूर करने के लिए रसभरी बहुत ही फायदेमंद है.10. रसभरी से हमारे शरीर की हड्डियां काफी मजबूत हो जाती है क्योंकि इसमें कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है.