दिमाग और Memory Sharp के लिए बेस्ट आयुर्वेदिक ब्राह्मी वटी, ब्राह्मी वटी के फायदे और नुकसान
ब्राह्मी क्या है?
What is Brahmi
आयुर्वेदिक में अलग-अलग बीमारी का इलाज करने के लिए दुर्लभ जड़ी बूटी है और इसी प्रकार से एक दुर्लभ जड़ी बूटी ब्राह्मी है और कई लोग इसे ब्रेन बूस्टर जड़ी बूटी के नाम से बुलाते हैं. यह आमतौर पर उत्तराखंड के काफी जगहों में पाई जाती है और इसके वाइट कलर के फूल होते हैं और इस की पंखुड़ियां पांच होती है. माना जाता है कि बरम्मी जड़ी-बटी में इतनी ताकत है कि शॉर्ट टर्म मेमोरी और लोंग टर्म मेमोरी कोरी कवर करने में काफी ज्यादा मददगार है और इसके फायदे तो अनेक हैं.
ब्राह्मी वटी क्या है? Brahmi vati
ब्राह्मी वटी टेबलेट ब्रह्मी जड़ी बूटी से ही बनाई की गई है, फूलों को सुखाकर और कुछ पौधे की रूट्स और stems लेकर इसे सुखा कर पाउडर फॉर्म में बनाकर बाद में यह टेबलेट प्यार हो जाती है और इस ब्राह्मी वटी टेबलेट में और भी कई इनग्रेडिएंट्स मिलाए जाते हैं.
ब्राह्मी वटी इनग्रेडिएंट्स (Brahmi vati tablet ingredients)
Brahmi – 52.63 mg
Gojiwa -52.63mg
Kali mirch – 13.16mg
Ras sindoor – 26.32mg
Shankhapushpi -52.63mg
Swarnamakshik Bhasma -26.32mg
Vach -26.32mg
ब्रह्मी वटी टेबलेट कैसे लेनी है- (Dose of brahmi vati)
1 to 2 tablet , रोजाना मार्बल पानी के साथ ले सकते है, सुबह 1 tablet खाने के बाद और शाम को 1tablet खाना खाने के बाद ले सकते हैं. जिनकी आयु 7 से 12 वर्ष है को एक टेबलेट आदि सुबह और आदि शम को लेनी चाहिए .
ब्राह्मी वटी के फायदे जानकर आप हैरान हो जाएंगे –
ब्राह्मी वटी में काफी सारे इनग्रेडिएंट्स है और इसके फायदे जितनी बताएं उतनी ही कम है आइए जानते हैं कौन-कौन लोग इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.
ब्राह्मी वटी दिमाग की मेमोरी को बूस्ट करता है –
जी हां इसका सबसे जो पढ़ा फायदा है अगर पढ़ाई में मन नहीं लगता और concentration , नहीं कर पा रहे, या फिर आपको भूलने की बीमारी है, और आपकी यादाश्त कमजोर हो चुकी है जिससे आप अच्छे से कोई चीज याद नहीं रख पाते तो इन सभी बीमारियों के लिए ब्राह्मी वटी बरदान साबित हो सकती है. इसलिए इसको दिमाग की बूस्टर टेबलेट भी बोला जाता है.
ब्राह्मी वटी अनिद्रा रोगों के लिए-
के लोगों को रात में सोने की समस्या है और उनका दिमाग रात को चलता रहता है तो मैं रात को सोते समय दूध के साथ इसका इस्तेमाल करें ऐसा करने से आपका निंद्रा रोग बिल्कुल दूर हो जाएगा.
मानसिक रोगों के लिए-
ब्राह्मी वटी टेबलेट का प्रयोग वह लोग भी कर सकते हैं जिन्हें मानसिक बीमारी है या फिर वह तनाव में रहते हैं, आपके शरीर में स्ट्रेस हार्मोन को कम करने में ब्राह्मी वटी का बहुत योगदान है.
कैंसर जैसे रोगों के लिए-
ऐसा माना गया है कि जिन लोगों को कैंसर की बीमारी होती है अगर वह ब्राह्मी वटी का प्रयोग लगातार करते हैं तो शरीर में कैंसर से लड़ने के लिए , काफी मददगार होती है क्योंकि इसमें एंटीबायोटिक्स के गुण होते हैं. जिसे मारी शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.
पाचन शक्ति को मजबूत करें-
अगर आपको बिल्कुल भूख नहीं लग रही या फिर आप का पाचन तंत्र बहुत कमजोर है तो आप ब्रह्मी जड़ी बूटी का इस्तेमाल जरूर करें या फिर ब्राह्मी वटी टेबलेट रोजाना ले, जिससे आपकी पाचन शक्ति बढ़ती है और आपको पेट की कई समस्याएं दूर होती है.
अल्जाइमर रोग से छुटकारा-
ब्राह्मी में emlied योगिक तत्व पाया जाता है जिससे जिन लोगों को अल्जाइमर की बीमारी होती है अगर वह लगातार इसका सेवन करें इस रोग को जड़ से खत्म कर सकते हैं.
ब्राह्मी वटी अर्थराइटिस पीड़ित लोगों को काफी आराम देता है.
ब्राह्मी वटी का अगर रोजाना सेवन करते हैं तो इससे शरीर से इम्यून सिस्टम बढ़ता है जिससे हमारे शरीर में जल्दी कोई बीमारी का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है.
ब्रह्मी बूटी का तेल
ब्राह्मी बूटी का तेल बनाकर आप अपने वालों पर लगा सकते हैं और जाना अपने सिर की मालिश कर सकती हैं अगर आपको ब्राह्मी जड़ी-बूटी नहीं मिलती तो बाजार से अब ब्राह्मी वटी टेबलेट का सेवन करें.
ब्राह्मी वटी के नुकसान क्या क्या हो सकती है –
वैसे तो इस आयुर्वेदिक जड़ी बूटी का कोई ज्यादा दुष्ट प्रभाव नहीं है अगर फिर भी नीचे दी गई कोई भी लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से सलाह करें.
1. अगर शरीर में किसी प्रकार की एलर्जी दिखाई दे तो इसे लेना बंद कर दें.
2. अगर शरीर में लाल दाने उत्पन्न होने लगे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें.
3. चक्कर आना
4. बेहोशी होना और घबराहट महसूस होना